1. तथापि, भागीदारी को भागीदारी विलेख द्वारा साक्ष्यीकृत किया जाना चाहिए। 2. 12 (ख) भागीदारी विलेख में भागीदार का परिवर्तन 3. तथापि, भागीदारी को भागीदारी विलेख द्वारा साक्ष् यीकृत किया जाना चाहिए। 4. भागीदारों को अदा किया गया ब्याज बशर्तें कि ऐसा ब्याज भागीदारी विलेख द्वारा अधिकृत हो। 5. भागीदारों को अदा किया गया ब् याज बशर्तें कि ऐसा ब् याज भागीदारी विलेख द्वारा अधिकृत हो। 6. भागीदारी फर्म के मामले में भागीदारी विलेख और पंजीकरण प्रमाणपत्र, यदि कोई हो, की प्रति प्रस्तुत की जानी चाहिए । 7. ऐसे भागीदार को अदा किया गया पारिश्रमिक भागीदारी विलेख द्वारा अधिकृत होना चाहिए तथा पारिश्रमिक की राशि दी गई सीमाओं से अधिक नहीं होनी चाहिए। 8. ऐसे भागीदार को अदा किया गया पारिश्रमिक भागीदारी विलेख द्वारा अधिकृत होना चाहिए तथा पारिश्रमिक की राशि दी गई सीमाओं से अधिक नहीं होनी चाहिए। 9. भागीदारी विलेख की एक प्रमाणित प्रति फर्म की विगत वर्ष की आय विवरणी के साथ लगाई जानी चाहिए जब भागीदारी का निर्माण किया गया था।10. भागीदारी विलेख की एक प्रमाणित प्रति फर्म की विगत वर्ष की आय विवरणी के साथ लगाई जानी चाहिए जब भागीदारी का निर्माण किया गया था।